नाक की एलर्जी का देसी इलाज | naak ki allergy ka desi ilaaz


आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे एक बहुत ही आम हो चुकी समस्या के बारे में जो है नाक की एलर्जी।एलर्जी क्यों होती है,और क्या है? नाक की एलर्जी का देसी इलाज | naak ki allergy ka desi ilaaz के बारे में।आज विश्व की लगभग 30 प्रतिशत आबादी एलर्जी की समस्या से पीड़ित है।एलर्जी बहुत प्रकार की होती है- फ़ूड एलर्जी, स्किन पर होने वाली एलर्जी, धूल से होने वाली एलर्जी,कीटों से होने वाली एलर्जी आदि।नाक की एलर्जी से आज के  समय मे लगभग हर व्यक्ति परेशान है।


क्यों होती है एलर्जी

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपने स्वास्थ्य का ध्यान नही रख पाते है।जब हमारे इम्युनिटी सिस्टम अर्थात प्रतिरोधी तन्त्र पर वातावरण में मौजूद नुकसान पहुंचाने वाले पदार्थ सम्पर्क में आते है तो एलर्जी सम्बंधित समस्या होती है जिसमें लगातार छींके आना,नाक में खुजली आना,नाक से पानी बहना,आंखों में खुजली व पानी बहना आदि।

ऐसा इस लिए होता है कि हमारा इम्युनिटी सिस्टम उन प्रदार्थों का प्रतिरोध करता है जो हमें नुकसान पहुँचाते है।वैसे हर इंसान को थोड़ी बहुत एलर्जी रहती है पर जब ये ज्यादा होने लग जाये और हमारे रोजमर्रा के कार्यों को प्रभावित करने लग जाये तो परेशानी होती है।

एलर्जी हमारे इम्युनिटी सिस्टम का एक अतिसंवेदनशीलता विकार है, जिसमें हमारा शरीर ऐलर्जेन के प्रति बहुत ज्यादा प्रतिक्रिया करता है -आमतौर पर सुरक्षित पर्यावरण पदार्थ, भोजन से आम दवाइयों, धूल और पराग कण आदि।इससे पीड़ित व्यक्ति के शरीर में एक उत्तेजक प्रतिक्रिया(एलर्जी) का कारण बनता है।


एलर्जी के प्रकार-

आम तौर पर एलर्जी 2 प्रकार की होती है-

मौसमी एलर्जी

साल में किसी खास समय के दौरान( सर्दी,गर्मी या बरसात)। वातावरण में मौजूद घास और शैवाल के पराग कण जो मौसमी होते है, एलर्जी पैदा करते है।

बारहमासी एलर्जी-

 जो पूरे साल रहती है।इस पर मौसम का कोई प्रभाव नही पड़ता है।क्योंकि जिन पदार्थों के प्रति आपका इम्युनिटी सिस्टम प्रतिरोधी है वे साल भर मौजूद रहते है।जैसे-तकिये पर रहने वाली धूल,पालतू जानवरों की रूसी,घरों में पाए जाने वाले बेहद सूक्ष्म परजीवी आदि। साफ-सफाई करने वाला हर व्यक्ति जानता है कि धूल का कोई मौसम नही होता है।

एलर्जी का कारण

एलर्जी पैदा करने वाले के कारण होते है।अगर आप इन कारणों का ध्यान रखेंगे तो हमेशा होने वाली एलर्जी को नियंत्रित कर सकते है, जैसे-

  • ‌इम्यूनिटी सिस्टम/प्रतिरक्षा तंत्र का कमजोर होना।
  • ‌लम्बे समय तक किसी खास खाद्य प्रदार्थ के सम्पर्क में रहने से।
  • ‌बीड़ी या सिगरेट के धुंवे के ज्यादा सम्पर्क में आने से।
  • जन्म के समय बच्चे का वजन सामान्य से कम होना।
  • ‌बच्चे का जन्म उस समय होना जब वातावरण में पराग कण ज्यादा हो।
  • ‌लगातार धूल भरे वातावरण में रहने से,आदि।

एलर्जी से बचने के उपाय

जिन प्रदाथों से आपको एलर्जी होती है उन सभी प्रदार्थों को आप खत्म तो नही कर सकते, किन्तु उनसे दूरी बना कर या खुद ध्यान रख कर आप एलर्जी से बच सकते है। जैसे-

  • ‌धूल आदि जगह पर मास्क का प्रयोग कर के।
  • ‌तकिये,कम्बल,बेड की चादर,खिड़कियों के पर्दे आदि को समय समय पर धो कर।
  • प्रतिकूल मौसम होने पर खिड़की आदि बन्द कर के आदी

नाक की एलर्जी का देसी इलाज | naak ki allergy ka desi ilaaz

एलर्जी से बचने के देसी उपाय

आप अपने घर पर मौजूद चीजों से एलर्जी का इलाज कर सकते है जैसे-
शहद- एक कप गर्म पानी में दो चम्मच कच्चा शहद मिला कर इसे रोजाना सुबह खाली पेट सेवन कीजिये। शहद में एंट-इंफ्लैमेंटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है।इस कारण यह नाक की नली में सूजन खत्म करने का काम करता है और आपको इससे होने वाली एलर्जी से राहत दिलाता है।

सेब का सिरका- एक गिलास गर्म पानी में सेब का सिरका डालकर अच्छी तरह मिला लें और स्वाद के लिए इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। इस घोल रोज एक से दो गिलास सेवन करने से एलर्जी में आराम मिलता है।

हल्दीहल्दी में पाया जाने वाला करक्यूमिन एक बहुत ही अच्छा एंटीएलर्जिक का काम करता है।यह एलर्जी को फैलने से रोकता है। एक कप दूध में हल्दी डालकर उबाल लें और ठंडा होने पर इसमें शहद मिला कर पी लें। इसके सेवन से भी एलर्जी में राहत मिलती है।

अम्लीय फल खाएं- अगर आपको बहुत ज्यादा छींक आती है तो अम्लीय या साइट्रस फ्रूट्स उसमें राहत पहुंचा सकते हैं,जैसे- संतरा, नींबू, अंगूर और बहुत से फल साइट्रस फ्रूट्स के अंतर्गत आते हैं।इनमें ऐंटी-ऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो शरीर के इम्युनिटी सिस्टम को मजबूत बनाते हैं और सर्दी-जुकाम फैलाने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में ये फल काफी मददगार होते हैं।


नाक की एलर्जी की होम्योपैथिक दवा-

नाक की एलर्जी में एक महत्वपूर्ण होम्योपैथिक दवा साइनो केयर(Sino care) भी बहुत लाभकारी है। जिसके सेवन से आपको जल्दी आराम मिलेगा। इसे आप 10-15 बून्द पानी के साथ मिला कर दिन में तीन बार लेवें या डॉक्टर की सलाह अनुसार प्रयोग करें।

sino care

नाक की एलर्जी की एलोपैथिक दवा-

दवाइयों के उपयोग से नाक में एलर्जी के लक्षणों से राहत तो मिल सकती है, लेकिन उनसे एलर्जी पूरी तरह ठीक नहीं हो सकती।किसी भी दवाई का उपयोग करने से पहले अपने फार्मसिस्ट और डॉक्टर से बात कर लेना सुरक्षित होता है। नाक में एलर्जी के लिए निम्न मेडिकेशन का उपयोग किया जा सकता है-

  • ‌प्रुलासटिन-एम


  • ‌Fluticasone furoate नेजल स्प्रे


नाक की एलर्जी के लिए योग-

एलर्जी की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आपको योग करना काफी कारगर साबित हो सकता है।योग से कोई भी बीमारी ठीक की जा सकती है,बस थोड़ा समय लगता है।हम आपको तीन मुख्य योग बताते है जिससे आप नाक की एलर्जी को ठीक कर सकते है

कपालभाति-

सांस लेने में आसान हो जाता है। फेफड़ों को भरपूर ऑक्सीजन मिलती है।इससे आपका इम्यूनिटी सिस्टम अच्छा होता है जिससे एलर्जी में आराम मिलता है।

कपालभाति

अनुलोम-विलोम-

सबसे पहले आप पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब दाएं हाथ की अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बाएं नाक पर रखें और अंगूठे को दाएं वाले नाक पर लगा लें। तर्जनी और मध्यमा को मिलाकर मोड़ लें। अब बाएं नाक की ओर से सांस भरें और उसे अनामिका और सबसे छोटी उंगली को मिलाकर बंद कर लें। इसके बाद दाएं नाक की ओर से अंगूठे को हटाकर सांस बाहर निकाल दें। इस योग को 5 मिनट से लेकर आधा घंटा कर सकते हैं। इस प्राणायाम से नाक खुल जाती है और एलर्जी से आराम मिलता है।

अनुलोम विलोम

ताड़ासन-

एलर्जी से निपटने में कारगर है साथ ही शरीर के दर्द को कम करता है व घुटने और पीठ दर्द में भी राहत मिलती है

ताड़ासन

अंत मे मेरा विचार -

कहते हैं की जो भुगत भोगी होता है वो ही किसी परेशानी को अच्छी तरह जानता है ।इस समस्या से मैं खुद गुजरा हूँ,और अब ठीक हूँ।मै चाहता हूँ की और लोगों को इसका लाभ मिलें। उपर जितना कुछ लिखा है सब खुद पर आजमाया हुआ है।जिस होम्योपेथिक और एलोपेथिक दवाई का जिक्र किया है वो कारगर है। पर इसका मतलब ये नहीं की आपने नाम पढ़ा और वो दवाई लेने लग गये।इन दवाओं का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर ले।बाकी रही बात देसी व घरेलू उपायों की, उनको आप आजमा सकते है,इन सब का शरीर पर कोई गलत प्रभाव नही पड़ता है। इन देसी व घरेलू उपायो से इलाज होता है,पर थोड़ा समय लगता है।

आशा करते है की आपको हमारा यह लेख नाक की एलर्जी का देसी इलाज | naak ki allergy ka desi ilaaz  बहुत पसंद आया होगा।अगर आपको मेरे द्वारा दी गयी जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूरु करें। हो सकता है किसी को इसका लाभ मिले। 

धन्यवाद   

Post a Comment

Previous Post Next Post